इंदौर- जहां देश में एक ओर फैनी तूफान ने तबाही मचा रखी है वहीं देश के कुछ हिस्से ऐसे भी हैं, जहां सूरज निकलते ही अब आग उगलने लगा है। दिनभर चलने वाली तेज लू की लपटें लोगों को हलाकान करने लगी हैं। वहीं पारा दिन पर दिन ऊपर जा रहा है। गर्मी से लोगों को जरा भी राहत नहीं मिलती नजर नहीं आ रही है। लू व गर्मी के चलते लोग बीमार होकर अस्पताल पहुंचने लगे हैं। दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरने लग गया है।
गर्मी असमय अपना रौद्र रूप दिखा रही है । सुबह सूरज निकलते ही आग उगलने लगता है, जो ढलने तक लोगों को बेहाल करता रहता है । सूरज की गर्मी और धूप की तपिश में बाहर निकलना मुश्किल हो गया है । दिन चढऩे के साथ ही धूप में भी गर्मी बढ़ती जा रही है ,जिसके कारण दिन का पारा ऊपर की ओर जा रहा है । इस माह तापमान 42 से 45 के बीच तक पहुंच सकता है । इस समय पारा ऊपर पहुंचने के कारण लोग झुलसने लगे हैं । दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा दिखाई दे रहा है । लू के कारण लोग बीमार होकर अस्पताल भी पहुंच रहे हैं । मौसम विभाग का कहना है कि गुरुवार शाम के बाद तापमान में गिरावट आ सकती है, किंतु वर्तमान में बन रहे सिस्टम के करण प्रदेश में कई जगह धूलभरी आंधी और तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना भी बनती दिखाई दे रही है । नवतपा भी इसी माह में होने से गर्मी अपना प्रचंड रूप अब दिखाना शुरू करेगी। विभाग के अनुसार चेन्नई से लगभग 800 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण पूर्वी दिशा में समुद्र के बीच बन रहे साइक्लोन की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। यह दक्षिण के राज्यों को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा । उसके बाद मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में भी अपना असर दिखाएगा । इस साइक्लोन के कारण गर्मी बढऩे के साथ ही बारिश होने की संभावना भी शुक्रवार दोपहर तक बन रही है । मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि गर्मी और मौसम में होने वाले परिवर्तन से बचने का पूरा प्रयास करें । वर्तमान में पड़ रही गर्मी और लू की लपटों के कारण कई लोग अस्पताल में बुखार, दर्द और उल्टी-दस्त से परेशान होकर पहुंच रहे हैं।
गर्मी और लू से बचने के लिए सावधानी जरूरी
स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी को देखते हुए चेतावनी दी है कि अप्रैल माह से जिले में गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे में लू तापघात सभी उम्र वर्ग में होने की संभावनाएं अधिक होती है, लेकिन वृद्ध, गर्भवती महिलाएं,नवजात शिशु,युवा और गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को यह संभावनाएं अधिक होती हैं। अत्यधिक गर्मी में लू-तापघात जानलेवा भी हो सकता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रवीण जडिय़ा ने बताया कि लू व निर्जलीकरण से बचने के लिए बार-बार पानी पीना जरूरी है। घर से बाहर निकलने के पहले भर पेट पानी अवश्य पीएं तथा अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें। हल्का और ताजा भोजन करना जरूरी है। दोपहर के समय छायादार स्थान पर रहना जरूरी है। दोपहर में शरीर को ढंक कर रखें, हलके रंग के ढीले-ढाले कपड़े पहनें, धूप के चश्मे का उपयोग करें और सिर ढंक कर रखें। लू लगने पर सिर दर्द, तेज बुखार, उल्टी, अत्यधिक पसीना, बेहोशी आना, कमजोरी महसूस होना, शरीर में ऐठन और नब्ज असामान्य हो जाती है। लू लगने पर व्यक्ति को छायादार स्थान पर लिटाएं , ठंडे पानी की पट्टियां माथे पर रखें और उसे नमकीन पेय पदार्थ जैसे पना या सत्तू आदि पिलाएं।